Monday, May 1, 2017

गर्दन के दर्द से कैसे बचे.

जनिये आपके गर्दन के बारे मे 

फिजिओफिल

सुचना : इस एपिसोड में दिखाए गए सारे व्यायाम सभी के लिए है कोई भी इसे कर सकता है. पर ध्यान दे. गलत तरीकेसे व्यायाम न करे. यदि आप गर्दन के दर्द से परेशां है तोह आपके नजदीकी फ़िजिओथेरपिस्ट के पास जा कर उसका सही निदान कराये और फिर उपचार कराय. जिनको कोई दर्द या अन्य तकलीफ ना हो रही हो वे इन व्यायामों को नियमित रूप से करे.

हेल्लो दोस्तों में डॉ.ओंकार (पी.टी.) फ़िजिओथेरपीस्ट मुंबई से. स्वागत करता हु आप सभी का फिजिओफिल में.

बहोत से हमारे दर्शकोंने हमे पूछा की गर्दन के ऊपर कोई विडियो बनाये. मैंने आपसे पहले एपिसोड में ही कहा था की आज के ज़मानेमें हम कम्पुटर, मोबाइल और अन्य चीजो का उपयोग बहोत ज्यादा करते है, उनका उपयोग करते समय हम अपने शरीर का ध्यान नहीं रखते और फिर गर्दन का दर्द शुरू हो जाता है. अपने समाज में गर्दन के दर्द से झुन्झने वाले बहोत सारे है और दिन ब दिन वो बढ़ते जा रहे है. तोह इस लिए आज में आपको कुछ व्यायम बताने वाला हु जो आपके गर्दन के दर्द को कम कर सकता है और दर्द न हो उसका भी ध्यान रख सकता है.

गर्दन का दर्द २ प्रकार का होता है. 
१ एक्यूट दर्द( १-३ महिनेसे दर्द).
२ क्रोनिक दर्द(३ महिनेसे ज्यादा दर्द). 
            खेद की बात ये है की ज्यादा तर फ़िजिओथेरपीस्ट के पास आने वाले लोग क्रोनिक दर्द से पीड़ित होते है , और सबके दर्द का कारण अलग अलग होता है. अब जैसे कम्पुटर का काम करते करने वाले अगर गलत तरीके से कम्पुटर के सामने बैठे तो, या फिर मोबाईल यूज करते वक्त या पढाई करते वक्त अपने गर्दन को सही तरीके से न रखे तो दर्द शुरू होता है.

            इंटरनेट पे गर्दन के दर्द का इलाज करने वाले कई सारे विडिओ होंगे,पर आज में आपको गर्दन के दर्द को कैसे रोका जा सकते है इसके बारेमे बताने वाला हु. इसका उपयोग आप गर्दन के दर्द को कम करने में भी कर सकते है.

मैने आपको समजने में आसानी हो इस लिए व्ययामोको ३ हिस्से में डीवाइड किआ है.
१. सिम्पल व्यायाम ,
२. स्ट्रेचिंग व्यायाम ,
३. स्ट्रेंदनींग व्यायाम

सिम्पल व्यायाम

(व्यायाम १ – गर्दन को घुमाइए) खुर्सी पे कमर को सीध रखके, पीठ को  आधार ले कर बैठिये. आपकी गर्दन धीरेसे एक बाजू घुमाइए. और फिर उसे पूर्व स्थान पर ले आइए. ऐसे ही दुसरे बाजु ऊपर और निचे करिए.
(व्यायाम २ – गर्दन को मोड़ना ) खुर्सी पे कमर को सीध रखके, पीठ को आधार ले कर बैठिये. आपकी गर्दन को एक बाजु मोड़िए और फिर उसे पूर्व स्थान पर ले आइए. ऐसे ही दुसरे बाजू 

इन व्ययामोको हर २-३ घंटे में १० बार करे.

स्ट्रेचिंग व्यायाम

(व्यायाम १ बाजू से स्ट्रेच) खुर्सी पे कमर को सीध रखके ईट पीठ क आधार ले कर बैठिये, अपने आप को आईने के सामने मॉनिटर करे. आपकी गर्दन एक बाजू मोड. जब आपको लगे की इस्ससे ज्यादा आप गर्दन को मोड़ नहीं सकते तो वहा पे हल्का प्रेशर दे और खीचे. ३-५ सेकंड तक उस स्ट्रेच को रोक कर रखे और फिर छोड़ दे. ऐसेही दुसरे बाजु भी करे.
(व्यायाम २ ओब्लिक स्ट्रेच ) खुर्सी पे कमर को सीध रखके ईट पीठ क आधार ले कर बैठिये अपने आप को आईने के सामने मॉनिटर करे. एक बाजु से गर्दन को परोक्ष(या टेढ़ी) दिशा में मोडे. जब आपको लगे की इस्ससे ज्यादा आप गर्दन को मोड़ नहीं सकते तो वहा पे हल्का प्रेशर दे और खीचे. ३-५ सेकंड तक उस स्ट्रेच को रोक कर रखे और फिर छोड़ दे. ऐसेही दुसरे बाजु भी करे.

इन व्ययामोको हर ३-४ घंटे में १० बार करे.

अभी बताए गए सारे व्ययामोको रोजाना काम करते समय, कम्पुटर को इस्तेमाल करते समय,पढ़ते समय  करे और आपके गर्दन को आगे होने वाले तकलीफों से बचाए.

अगले ब्लॉग में आपको आपके गर्दन के माँसपेशियो को कैसे ताकद दे (स्ट्रेंथनींग व्यायाम) इसके बारे में बताऊंगा. 

और हा फिजिओफिल युट्युब चैनेल को SUBSCRIBE करे. और तुरंत नोटिफिकेशन के लिए नीचे वाले बेल बटन दबाए और अगर आपको लगता है की आपके दोस्तोको और परिवार वालो को इन व्यायामों की जानकारी हो तो इस एपिसोड को जरुर SHARE करे. 

क्यूंकि ये है फिजिओफिल.

जाने से पहले एक चीज कहना चाहूंगा आपकी गर्दन आपके शरीर की स्तम्भ की तरह होती है उसका ध्यान रखे फ़िजिओथेरपी की मदत से और आगे पुरे शरीर को होने वाली परेशानी को रोके..


मिलते है अगले ब्लॉग में तब तक के लिए ध्यान रखिये.

डॉ. ओंकार प्र. पाध्ये.(पी.टी.)
एम्-पी-टी.एच,एम्-आइ-ए-पी,
पूर्व फिजीथेरपीस्ट ब्रीच कॅन्डी हॉस्पिटल मुंबई  
फिजीओफील फ़िजिओथेरपी क्लिनिक और युट्युब चॅनेल 
संपर्क : +९१९९८७१३४८८७ 
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